भारत को विश्व गुरु बनाने व गुरुकुल की स्थापना के लिए विश्व गुरु भारत की टीम महा पदयात्रा करते हुए बाबा धाम पाहुंचे

रायगढ़ (EPICCG.NEWS)/भारत को विश्व गुरु बनाने व गुरुकुल की स्थापना के लिए विश्व गुरु भारत की टीम महा पदयात्रा करते हुए 23/12/2024 सोमवार को बाबा धाम पाहुंचे | विश्व गुरु भारत के 8 सदस्य टीम विश्व कल्याण के लिए घर-घर पदयात्रा मोक्षा एकादशी 11 दिसंबर 2024 को पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर से आरंभ कर सूर्य मंदिर,चंद्रभागा, लोकनाथ मंदिर, माता बिरजाबुलाई, माता तारिणी मंदिर होते रायगढ़ स्थित बाबा धाम पहुंचे |


यात्रा का उद्देश्य एक ऐसा गुरुकुल का स्थापना करना जिसमें सत्य और धर्म मार्ग में अग्रसर होकर संस्कारित मानव समाज का गठन करना यात्रा में सम्मिलित महागौरी गर्भ गुफा शिव पर्वत अमरकंटक में 18 वर्षों से विश्व कल्याण के लिए तपस्या कर रहे बाबा ऋषिकेश का कहना है एक ही ब्रम्ह है परम सत्य ओंकार जो वैदिक रीति कहता है अर्थात समस्त मानव जाति एवं जीव जंतु के लिए सबका मालिक एक है |आत्मज्ञान, ब्रह्म ज्ञान,तत्व ज्ञान, सत्य ज्ञान के बिना इस पृथ्वी पर मानवता को लाना संभव नहीं है और इसके लिए गुरुकुल का निर्माण होना अनिवार्य है जहां जहां मंदिर है लोग जहां जा रहे हैं गुरुकुल का निर्माण हो,जहां आत्म ज्ञान, ब्रम्ह ज्ञान,तत्व ज्ञान, सत्य ज्ञान की प्राप्ति हो सके लोग ज्ञान को धारन करें शिक्षा को नहीं, बिना ज्ञान के कल्याण नहीं है और बिना गुरु के ज्ञान की प्राप्ती नहीं हो सकती अत: एक ऐसा गुरुकुल का निर्माण हो जहां सभी वैदिक ज्ञान का शिक्षा दिया जाए जिससे लोग ज्ञान को धारण करें बिना ज्ञान के कल्याण नहीं है और बिना गुरु ज्ञान प्राप्ति नहीं हो सकती गुरु परंपरा को जीवित रखना चाहते हैं सत्य सनातन धर्म की जय कहना चाहते हैं और धरती माता की जय कहना चाहते हैं धरती माता की जय नहीं होगी तो भारत माता की जय नहीं हो सकती, गौ, गंगा और गायत्री हमारी धरती पर पवित्र हों लोग इसकी रक्षा करें|

यात्रा में संमिलित राष्ट्र निर्माण गुरुकुल के संस्थापक का कहना है यह संस्था नेशनल एजुकेशन हेल्थ ऐन्ड पावरमेंट से संचलित होगा इसमें हमारा उदेश्य है पहले जैसा भारत में गुरुकुल शिक्षा का व्यवस्था था वैसा ही आज गुरुकुल शिक्षा संचलित हो जिसके लिए हमने पहला गुरुकुल का निर्माण उड़ीसा के केंदुझर जिले के नगर पाल गांव में बन रहा है और एक कोरापुट के व्यापारीगुड़ा ब्लॉक के अंतरगत अभी दो गुरुकुल शुरू हो रहे हैं और आगे पुरे भारत में धीरे-धीरे बनेगा इसके लिए अपना जिंदगी लगा रहे हैं इस उद्देशय के पूरा होने में कितनी भी कठिनाई आएं उसके लिए हम तैयार हैं|